Cheating In The Name Of Ayushman Scheme : आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को निजी अस्पताल में बेहतर इलाज दिलाने के लिए पीएम मोदी ने आयुष्मान योजना की शुरुआत की लेकिन उधमसिंह नगर के काशीपुर में निजी अस्पताल ने इस योजना को अपनी कमाई का जरिया बना लिया है।
कागजों में तो इलाज अच्छा दिखा कर सरकार से आयुष्मान योजना के तहत पैसा लिया जाता है लेकिन आयुष्मान योजना के तहत इलाज होने के बाद पीड़ित दरबदर इलाज के लिए घूम रहे है।
Cheating In The Name Of Ayushman Scheme :
ये है डॉक्टरों के कारनामे :
वैसे तो धरती पर डॉक्टरों को भगवान का दूसरा रूप कहा जाता है लेकिन इन दिनों डॉक्टरों के कारनामे किसी शैतान के कारनामों से कम नहीं होते हुए दिखाई दे रहे है। उधम सिंह नगर के काशीपुर में स्थित स्पर्श हॉस्पिटल में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला। जहां आर्थिक रुप से कमजोर परिवार की बबीता देवी आयुष्मान योजना के तहत अपना रसोली का इलाज कराने स्पर्श हॉस्पिटल पहुंची जहां आयुष्मान योजना के तहत उसको भर्ती कर लिया जाता है और डॉ शिवानी सिंघल द्वारा रसोली का ऑपरेशन कर दिया जाता है
Cheating In The Name Of Ayushman Scheme :
और 7 से 8 दिन बाद उस को डिस्चार्ज करके के बाद ऑपरेशन सक्सेसफुल दिखाकर योजना का लाभ भी ले लेते हैं लेकिन डॉक्टरों की लापरवाही के चलते हैं बबीता देवी को यूरिन की समस्या आ जाती है और वह पहले से ज्यादा बीमार होने लगती है दोबारा इलाज के लिए हॉस्पिटल में लाया जाता है और अपनी लापरवाही छुपाने के चलते डॉक्टर शिवानी सिंघल मरीज को मेडिसन देकर 45 दिन तक गुमराह करती रहती हैं.. आराम न मिलने पर मरीज ने जब अपना अल्ट्रासाउंड और अन्य हॉस्पिटल में जाकर अपनी जांच कराई तो पता चला डॉक्टर की लापरवाही के चलते ऑपरेशन के दौरान यूरीन के थेली पर कट लग गया जिस वजह से मरीज का यूरिन नहीं रूक रहा
Cheating In The Name Of Ayushman Scheme :
और जब मरीज के परिजनों ने डॉ शिवानी सिंघल से मरीज को बचाने के लिए कहा तो डॉ.शिवानी ने कहा कि ऑपरेशन करा लीजिए जो भी खर्चा होगा में दे दूंगी लेकिन दिन गुजरने के बाद डॉ शिवानी सिंघल भी अपनी बात से मुकरती रही और डॉक्टर के तेवर ही चेंज हो गए आयुष्मान योजना को दान योजना बताकर कहां की इस योजना में इलाज की कोई गारंटी नहीं होती और ना ही कोई सुनवाई।
पीड़ित परिजनों ने लगाई गुहार :
Cheating In The Name Of Ayushman Scheme : फिलहाल दर बदर की ठोकरें खाने के बाद मरीज के परिजनों ने अब कानूनी रास्ता अपनाया है और काशीपुर एसडीएम को लिखित रूप में शिकायत देकर न्याय की गुहार लगाई है। तो वहीं काशीपुर एसडीएम अभय प्रताप का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है और जो भी जांच में तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार ही अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
ये भी पढ़ें : गैरसैंण में बजट सत्र न कराने को लेकर विपक्ष हुआ सरकार पर हमलावर, कही ये बड़ी बात