Paper Leak Case Protest In Dehradun : देहरादून में गुरुवार को सरकारी नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों की पुलिस के साथ हुई हिंसक झड़प के बाद प्रदेश की सियासत गरमा गई है। इस मामले को लेकर जहां पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर ठीकरा फोड़ रहे है तो वहीं प्रदेश के युवा अपनी हक की लड़ाई के लिए सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर है।
Paper Leak Case Protest In Dehradun : सीएम धामी का बयान
उत्तराखंड की राजधानी की सड़कों पर गुरुवार को जो भी कुछ हुआ वह शायद ही पहले कभी देखने को मिला। शांतिपूर्वक तरीके से गांधी पार्क में प्रदर्शन कर रहे युवाओं के साथ हुई पुलिस की बर्बरता ने सरकारी सिस्टम पर सवाल खड़े किए है। इस बीच हालत बिगड़ते देख मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बेरोजगार युवाओं के हित में बड़ा फैसला लेते हुए उत्तराखंड नकल विरोधी कानून के आदेश को मंजूरी दी है।
उधर इस पूरे मामले को लेकर जहां बेरोजगार युवा सड़कों पर उतरकर उग्र आंदोलन कर रहे है तो वहीं पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर ठीकरा फोड़ते हुए दिखाई दे रहे है। कांग्रेस विधायक सुमित हृदयेश का कहना है कि इस लड़ाई में कांग्रेस युवाओं के साथ खड़ी हैं और पेपर लीक का विरोध करने वालों से राज्य सरकार बौखला गई है। ऐसे में अब युवाओं को किसी भी परीक्षा में विश्वास नहीं रह गया है इसलिए सीबीआई जांच जरूर होनी चाहिए इसके बाद ही सरकार भर्ती परीक्षा कराया।
Paper Leak Case Protest In Dehradun : उधर भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रकाश रावत का कहना है कि सीएम धामी ने युवाओं के हित की रक्षा को सजग है। उन्होंने कहा कि युवाओं के साथ किसी भी तरह का अन्याय नहीं होने दिया जाएगा इसलिए अपील है कि वह किसी के बहकावे में ना आए। इतना ही नहीं उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार में घोटालेबाज, गुंडों और बदमाशों को संरक्षण मिलता था जबकि भाजपा सरकार भर्ती घोटालों को दबाने और छुपाने की बजाय जांच कराकर दोषियों को जेल भेज रही है और नकल को रोकने के लिए कड़ा कानून लाया जा रहा है ताकि भविष्य में होने वाली सारी परीक्षाएं पारदर्शी और नकल विहीन संपन्न हो सके।
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