Mother Daughter Burn Alive : कानपुर में अतिक्रमण हटाने के दौरान एक माँ बेटी की आग में जलकर मौत हो गई। मौत से आक्रोशित लोंगों ने लेखपाल पर कुल्हाड़ी से हमला कर घायल कर दिया। आक्रोशित लोंगों ने एसडीएम, तहसीलदार और 10 गांव के लोगों पर हत्या के आरोप में केस दर्ज कराने की मांग करते हुए शवों को उठाने नहीं दिया।
Mother Daughter Burn Alive : लेखपाल पर हमला
कानपुर देहात से एक हृदय विदारक करने वाला मामला सामने आया है जहां चाहला गांव में कब्जा हटाने राजस्व और पुलिस विभाग के अफसर पॅंहुचे थे। जब प्रसाशन कृष्ण गोपाल दीक्षित की झोपड़ी पर बुलडोजर चला कर नष्ट कर रहा था तभी झोपड़ी में आग लग गई जिससे पुलिस के सामने ही झोपड़ी के अंदर कृष्ण गोपाल की पत्नी और बेटी जिंदा जल कर मर गयी। घर के मुख्या कृष्ण गोपाल और एक इंसपेक्टर जब उन्हें बचाने गए तो वो भी बुरी तरह झुलस गए लेकिन मृतकों को नहीं बचा पाए।
Mother Daughter Burn Alive : झोपड़ी में लगी आग
जानकारी के मुताबिक कृष्ण गोपाल दीक्षित अपनी पत्नी प्रमिला दीक्षित,बेटी नेहा दीक्षित और बेटे शिवम दीक्षित के साथ रुरा थाना के चाहला गांव में एक झोपड़ी में कई सालों से रह रहे थे। महिला और बेटी की मौत की घटना की जानकारी जैसे ही जिले के एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति को मिली उन्होंने मौके पर पहुॅंच कर ग्रामीणों को शांत कराया और परिजनों को कार्रवाही का आश्वासन दिया।
घटना के 6 घंटे बाद जब माहौल शांत हुआ तब रुरा थाने में एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद, एसएचओ दिनेश कुमार गौतम,लेखपाल अशोक सिंह और जेसीबी ड्राइवर दीपक समेत गांव के 10—12 लोगों पर धारा 302,307,429,436,323,34 के तहत केस दर्ज कर लिया है।
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