Belani Rudraprayag’s Dilapidated Bridge : बीते 20 जुलाई को रूद्रप्रयाग के नरकोटा में निर्माणाधीन पुल हादसे से जिला प्रशासन कोई सबक लेता नजर नहीं आ रहा है। रूद्रप्रयाग में एक जर्जर पुल किसी बड़े हादसे को न्यौता दे रहा है।
Belani Rudraprayag’s Dilapidated Bridge :
बेलनी पुल की हालत खराब :
वर्ष 1964 में बना रूद्रप्रयाग के बचोंबीच बद्रीनाथ हाईवे व केदारनाथ हाईवे को जोड़ने वाला बेलनी पुल एक बडे खौफनाक हादसे को दावत दे रहा है। अपनी अंतिम सांसे गिन रहा बेलनी पुल को लेकर कई विभागों के इंजीनियरों से लेकर प्रशासन के बड़े अधिकारी पहले ही इसे आवागमन को खतरनाक होने को लेकर अपनी रिर्पोट को पत्राचार कर उच्च अधिकारियों को भेज रहे है लेकिन एसी कमरों में बैठे उच्च अधिकारी है कि अभी भी इसे नजरंदाज किए हुए है जिससे साफ कहा जा सकता है कि रूद्रप्रयाग में नरकोटा हादसे के बाद एक बड़े हादसे का इंतजार किया जा रहा है।
Belani Rudraprayag’s Dilapidated Bridge :
बेलनी पुल यात्रा मार्गों को जोड़ने के साथ ही सैकड़ों गांवों को भी जिला मुख्यालय से जोड़ता है लेकिन इसकी दशा को देख कह नहीं सकते कि कब ये पुल भरभरा कर गिर जाए। ऐसे में अगर उच्च अधिकारी ऐसे ही हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे तो आने वाले दिनों में ये पुल मौत का पुल साबित हो सकता है।
मौत का पुल हो सकता है साबित :
Belani Rudraprayag’s Dilapidated Bridge : बेलनी पुल पहले तो लोक निमार्ण विभाग के अधीन रहा फिर पुल को बीआरओ को सुपुर्द किया गया लेकिन अब वर्तमान में पुल राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग के पास है। लम्बे समय से स्थानीय लोग पुल के सुधारीकरण व नए पुल की मांग करते आए है। बेलनी पुल की जगह नए पुल निर्माण के लिए एनएच विभाग द्वारा करीब 100 करोड़ रूपए का स्टीमेट केन्द्र सरकार को भेजा गया था लेकिन कई वर्ष बीत जाने के बाद भी फाइल सरकारी अलमारियों में दबी किसी अनहोनी का इंतजार कर रही है।
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