NDRF In Uttarakhand : उत्तराखंड में मानसून सक्रिय हो चुका है जगह—जगह पहाड़ियों से गिर रहे बोल्डर और भूस्खलन से कई मार्ग बंद हो चुके है। ऐसे में अब आपदा से निपटने के लिए 15वीं वाहिनी, एनडीआरएफ की 6 टीमों को गढ़वाल, कुमाऊं में तैनात किया गया है जिसमें से प्रत्येक टीम में 35 सदस्य शामिल रहेंगे।
NDRF In Uttarakhand :
प्रत्येक टीम में 35 सदस्य शामिल :
राज्य आपदा परिचालन केंद्र से कमांडेंट सुदेश कुमार दराल का कहना है कि उत्तराखंड में मानसून की एंट्री हो चुकी है ऐसे में मानसून सीजन के दौरान किसी भी आपदा से निपटने के लिए अति संवेदनशील एवं संवेदनशील क्षेत्रों में 6 टीमों को तैनात किया गया है ये टीमें रूद्रप्रयाग, पिथौरागढ़, उत्तरकाशी, अल्मोड़ा, आरआरसी झाझरा (देहरादून) और चमोली में तैनात रहेंगी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक टीम में एक विशेष प्रकार की क्षमता है जो अलग—अलग प्रकार की आपदाओं से निपटने के लिए पूरी तरह से सक्षम है ताकि आपदा के समय में तुरंत कार्रवाई करते हुए राहत एवं बचाव कार्य किए आसानी से किए जा सकें।
NDRF In Uttarakhand : उन्होंने कहा कि पुलिस महानिदेशक के अनुरोध पर एनडीआरएफ की एक विशेष टीम को केदारनाथ में तैनात किया गया है ताकि यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को मदद पहुंचाई जा सकें। इसके साथ ही एनडीआरएफ की ओर से जिलों में आम लोगों को भी आपदा से निपटने के लिए टिप्स दी जा रही है। इसके अलावा प्रदेश में इस वक्त एसडीआरएफ की 42 टीमें तैनात है।
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