CAG Report In Uttarakhand : भारत के नियंत्रक महालेखा परीक्षक की लेखा परीक्षा रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखंड सरकार कर्ज के जाल में फंसती हुई दिखाई दे रही है। हर साल उत्तराखंड सरकार अपनी जरूरत के लिए कर्ज ले रही है जिसका 70% के बराबर राशि उसे पुराने उधारी और ब्याज को चुकाने में खर्च करनी पड़ रही है।
CAG Report In Uttarakhand : 11 महीने सोती रही सरकार
विधानसभा के पटल पर साल 2021 की कैग रिपोर्ट रखी गई। कैग ने बजट कम खर्च करने पर भी सवाल उठाए हैं। कैग का मानना है कि सरकार जो कर्ज ले रही है उससे परिसंपत्ति का निर्माण होना चाहिए ताकि उसका फायदा भी मिल सकें। साल 2020—21 में सरकार पर 73000 करोड से अधिक का कर्ज है उत्तराखंड सरकार इस बीच अनुपूरक बजट भी लाई लेकिन फिर भी 5590 करोड रह गए।
कैग की रिपोर्ट में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं उत्तराखंड के 20 विभागों में कुल बजट का 69 फ़ीसदी से ज्यादा खर्च सिर्फ मार्च महीने में ही किया गया है। कैग की रिपोर्ट से साफ हुआ है कि 11 महीने सरकार सोती रही और मार्च में 27,100 करोड रूपए खर्च कर डालें।
ये भी पढ़ें : अग्निपथ के विरोध को देखते हुए अलर्ट पर उत्तराखंड पुलिस, डीजीपी ने दिए ये निर्देश