Kashipur Shootout Case : मुरादाबाद में पुलिस को उस समय सफलता हासिल हुई जब पुलिस और अपराधी के बीच मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में पुलिस ने एक लाख के इनामी बदमाश जफर को गिरफ्तार कर लिया है। अपराधी जफर ठाकुरद्वारा/काशीपुर में पुलिस कर्मियों पर हमले के मामले में वांछित था और आरोपी पर 1 लाख का इनाम था।
Kashipur Shootout Case : कई दिनों से ढूंढ रही थी पुलिस
काशीपुर के कुंड मुठभेड़ को लेकर सुर्खियों में आए खनन माफिया जफर की धरपकड़ के लिए मुरादाबाद एडीजी ने 1 लाख का इनाम घोषित किया था। इनाम घोषित करते हुए एडीजी ने कहा की अपराधी जफर को शरण देने वाले भी दोषी माने जाएंगे। इतना ही नहीं जफर की गिरफ्तारी के लिए पांच अलग अलग टीमें भी बनाई गई थी।
Kashipur Shootout Case
उधर मुरादाबाद एसएसपी हेमंत कुटियाल का कहना है कि टीमें जफर को पकड़ने के लिए पुलिस की कई टीमें लगातार दबिश दे रही थी। शनिवार को जब पुलिस ने वाहनों की चेकिंग कर रही थी तो उस समय पुलिस ने एक बाइक सवार को रोकने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं रुका। जिसके बाद पुलिस ने बाइक सवार का पीछा किया तो बाइक सवार ने पुलिस पर फायरिंग कर दी।
Kashipur Shootout Case : उधर पुलिस ने भी फायरिंग की जिसमें बाइक सवार के पैर में गोली लगी और वह गिर गया। जांच में पता चला कि बाइक सवार अपराधी जफर है जिसको पुलिस काफी समय से ढूंढ रही थी। बता दें कि 12 अक्टूबर को भी ठाकुरद्वारा पुलिस खनन माफिया जफर की तलाश में निकली थी।
इस दौरान पुलिस आरोपी की पकड़ के लिए उत्तराखंड तक आ पहुंची और पुलिस को सूचना मिली की आरोपी एक घर पर छिपा है। जिसके बाद काशीपुर में बवाल बढ़ गया और देखते ही देखते बात पुलिस की फायरिंग तक जा पहुंची और इस फायरिंग में कुंडा थाना क्षेत्र के ज्येष्ठ प्रमुख की पत्नी की मौत हो गई। उधर कुंडा गोलीकांड के बाद उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश पुलिस आमने सामने आ गई है।
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