PRD Embroiled In Controversy : रूद्रप्रयाग जिले में बैकडोर से एक य दो नहीं बल्कि 80 अपात्र लोगों को पीआरडी के जरिए नौकरी की रेवड़ीयां बटने का मामला प्रकाश में आया है। जांच में पकड़ में आने के बाद अबतक प्रशासन ऐसे 24 लोगों को हटा चुका है और बाकी अपात्र कर्मचारियों पर भी कार्यवाही की तलवार लटक रही है।
PRD Embroiled In Controversy :
जमकर बांटी गई नौकरियां :
रूद्रप्रयाग में जिला युवा कल्याण व प्रांतीय रक्षक दल कार्यालय पीआरडी विवादों में आ गया है। पीआरडी के जरिए बिना पीआरडी प्रशिक्षण प्रमाण पत्र के ही अपात्र लोगों को जमकर नौकरियां बांटी गई और प्रशिक्षित पीआरडी कर्मचारी को घर में बैठा दिया गया। अपात्र लोगों को बड़ी संख्या में डीएम कार्यालय व तहसीलों में विभिन्न पदों पर नौकरी में रखा गया एक आरटीआई से मामला जब प्रकाश में आया तो प्रशासन के भी हाथ पैर फूल गए और अबतक 24 लोगों को नौकरी से हटाकर घर भेज दिया है और 50 से 60 अपात्र लोगों की नौकरियों पर भी तलवार लटक गई है।
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कब होगी कार्यवाही :
रुद्रप्रयाग जिले में 536 प्रशिक्षित पीआरडी कर्मचारी है जिसमें से 270 पात्रकर्मचारी व करीब 80 अपात्र कर्मचारियों को जिला योजना के अंतर्गत विभिन्न विभागों में लगाया गया हैए पीआरडी में शासन ही नहीं बल्कि न्यायालय की तरफ से स्पष्ट गाइडलाइन है कि बिना पीआरडी प्रशिक्षण के किसी की भी पीआरडी से नियुक्त नहीं की जा सकती।
PRD Embroiled In Controversy : ऐसे में सवाल उठ रहे है कि पीआरडी से इतनी बड़ी संख्या में नौकरियों को रुद्रप्रयाग में आखिर कौन बांट रहा था। पर्दे के पीछे आखिर क्या खेल चल रहा था। पूरे मामले में डीएम रुद्रप्रयाग का कहना है कि पूरे मामले में जांच चल रही है जो लोग भी नियमविरुद्ध लगे है उनको हटाया जा रहा है।
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